
सोमवार को संदिग्ध हालात में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत गिरि की मौत के बाद पुलिस पड़ताल में जुट गई हैं. केस की जाँच की तफ़तीश में अलग-अलग बातें खूल कर सामने आ रही हैं जो सवालों के घेरे में बनी हुई है. खास सात पन्नों का सुसाइड नोट सबसे ज्यादा संदेहजनक बना हुआ है, जिसके बाद तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया है.
महंत की मौत के बाद उनके कमरे से मिले सुसाइड नोट पर शक इसलिए भी गहरा गया है क्योंकि उस पर संत समिति ने सवाल उठाया है. संत समिति का दावा है कि नरेंद्र गिरि हस्ताक्षर तक नहीं सकते थे फिर इतना लंबा Suicide Note उन्होंने कैसे लिख दिया होगा ?

अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद ने नोट पर गंभीर सवाल उठाए और कहा महंत कभी आत्महत्या नहीं कर सकते, वो ख़ुद के साइन ठीक से नहीं कर पाते थे तो फिर आख़िर इतना लंबा सुसाइड नोट कैसे लिखा होगा? उन्होंने बताया कि मौत के पहले महंत ने एक बिल्डिंग दान में स्वीकार की थी. सुसाइड करने वाला कोई भी शख़्स ये चीज नहीं करेगा. ऐसे में मुझे इसके पीछे दाल में कुछ काला होने की बू आ रही है. साथ ही उन्होंने केस की जाँच CBI से करवाने की मांग कही.
दूसरी तरफ़ नरेंद्र गिरि के सबसे करीबी शिष्यों में से एक निर्भय ने द्विवेदी ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि गिरि थोड़ा बहुत लिख लेते थे. शायद नरेंद्र गिरि जानते थे कि मृत्यु के बाद सुसाइड नोट पर सवाल उठ सकते हैं, इसलिए गिरि ने एक वीडियो भी बनाया जिसे पुलिस ने अभी ज़ब्त कर लिया है.