मेरठ के मोदीपुरम में कुछ लोगों ने डीन वेटनरी डॉ. राजबीर सिंह पर गोलियों की बौछार कर दी. गाड़ी का शीशा तोड़ दिया और डीन को गोलियों से लहूलुहान कर दिया. दरअसल शाम 5.30 बजे डीन वेटनरी डॉ. राजबीर सिंह यूनिवर्सिटी से वापस लौट रहे थे तभी कुछ बदमाशों ने उनकी कार रोक ली. हेटमेट पहने दोनों बदमाशों ने डीन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी. यूनिवर्सिटी के ही एक छात्र ने पूरी घटना देख कर पुलिस को जानकारी दी.
'अरे गोली क्यों चला रहे हो'
जिस दौरान बदमाश डीन का पीछा कर रहे थे और फायरिंग शुरु कर दी तब वो अपने ही डिपार्टमेंट के डॉ. अमित कुमार से फ़ोन पर बात कर रहे थे. तभी अमित कुमार ने गोली और शीशा टूटने की आवाज़ सुनी. दूसरी तरफ़ से डीन साहब कह रहे थे, अरे गोली क्यों चला रहे हो.
और फिर बंद हो गया फ़ोन..
कई राउंड फायरिंग के बाद डॉ. राजबीर सिंह के रोने की आवाज आने लगी. वो जान बचाने की कोशिश कर रहे थे. इसके बाद फोन से आवाज़ आनी बंद हो गई. जब वो घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां खून ही खून पड़ा था.
वो मदद मांगते रह गए!
बदमाश डीन पर गोलियां बरसा रहे थे और वो लोगों से मदद की गुहार लगा रहे थे. लेकिन वहां मौजूद लोग केवल तमाशबीन बने रहे और कोई भी मदद के लिए आगे नहीं आया.
आठ गोलियों से किया छलनी
पुलिस के मुताबिक डीन को आठ गोलियां लगी हैं। घटनास्थल से 32 बोर की गोलियों के खोखे भी बरामद किये गए हैं. फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी है।
जहां की पढ़ाई वहीं बने प्रोफेसर
डॉ. राजबीर सिंह जहां पढ़ाते हैं वहीं से उन्होंने पढ़ाई भी की है. पहले वो असिस्टेंट और एसोसिएट प्रोफेसर बने जिसके बाद साल 2005 में वो कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बने और उसके बाद वहीं डीन बन गए.