
Shraddha Murder Case : श्रद्धा मर्डर केस में एक नया दावा किया गया है. अब ये दावा सामने आया है कि श्रद्धा वालकर जल्द ही आफताब को छोड़ना चाहती थी. अब श्रद्धा हर कीमत पर आफताब से अलग होने की तैयारी कर चुकी थी. इसी बात से आफताब काफी नाराज हो गया. जिसके बाद उसने गुस्से में बदला लेने के लिए उसने श्रद्धा का मर्डर कर दिया.
अब तक मीडिया रिपोर्ट्स में दावा है कि श्रद्धा के अलग होने की सोचकर आफताब परेशान था. उसे लग रहा था कि श्रद्धा जब मुझसे अलग होगी तो किसी और के साथ चली जाएगी. इसे वो बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था. इसीलिए उसने ना सिर्फ उसका मर्डर किया बल्कि 35 टुकड़े कर डाले.

3-4 मई को श्रद्धा ने अलग रहने का किया था फैसला
ये पता चला है कि आफताब से श्रद्धा अलग होने वाली थी. इसका फैसला उसने 3-4 मई को ही कर लिया था. इसके बाद ही आफताब ने उसे मारने की साजिश रची थी. आशंका है कि इसीलिए श्रद्धा को वो हिल स्टेशन पर घुमाने के दौरान ही मारने की सोची हो. इसके बाद दिल्ली में आने के बाद उसने 18 मई को ही मर्डर कर डाला.
अब इस बात की पूरी जानकारी के लिए नारको टेस्ट में सवाल पूछे जाएंगे. उम्मीद है कि नारको से ये साफ हो जाएगा कि आखिर श्रद्धा को मारने की असली वजह क्या थी. यानी श्रद्धा मर्डर का मोटिव क्या था. इस बीच, श्रद्धा केस में आफताब का मंगलवार 29 नवंबर को भी पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया.
आखिरी चैट में श्रद्धा ने क्यों लिखा था, एक नई न्यूज है
18 मई को एक दोस्त से चैट करते हुए श्रद्धा ने एक दोस्त ने लिखा था कि मेरे पास एक न्यूज है. हालांकि, वो क्या न्यूज थी. इस बारे में अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. लेकिन ये अंदेशा है कि शायद ये न्यूज श्रद्धा और आफताब के ब्रेकअप से ही जुड़ा हो. इसके बाद ही श्रद्धा की हत्या कर दी गई थी.

श्रद्धा केस में आज के बड़े अपडेट्स
आफताब के नारको टेस्ट को फाइनल मंजूरी : दिल्ली कोर्ट से 1 दिसंबर को आफताब का नारको टेस्ट कराने की फाइनल मंजूरी मिल गई है. आफताब का नारको टेस्ट दिल्ली के बाबा साहेब आंबेडकर अस्पताल में किया जाएगा.
आफताब पर तलवार से हमले की कोशिश : दिल्ली के रोहिणी में 28 नवंबर को पॉलीग्राफ टेस्ट से जब आफताब को पुलिस वैन में लाया जा रहा था तब तलवार से लैस लोगों ने हमला करने का प्रयास किया था. जिसके बाद आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया.
पुलिस को जल्द मिलेगी डेटिंग ऐप से डिटेल : दिल्ली पुलिस ने बंबल डेटिंग ऐप से आफताब से जुड़ी डिटेल मांगी थी. उसे अब मिलने की उम्मीद है. इस डिटेल के आने के बाद आफताब की काफी हद तक डिटेल मिल जाएगी.
अगर उस लेटर को नजरअंदाज ना करते तो श्रद्धा जिंदा होती
Shraddha Murder Today news : श्रद्धा मर्डर केस में आए दिन नई जानकारी आ रही है. आफताब और श्रद्धा से जुड़े नए खुलासे हो रहे हैं. मुंबई के तुलिंज पुलिस स्टेशन में ठीक दो साल पहले वो 23 नवंबर 2020 की तारीख थी। जब श्रद्धा ने अपने हाथों से ये शिकायत लिख कर थाने में दी थी। काश... इस शिकायत को लिखने और सच्चाई जानने के बाद भी श्रद्धा आफताब के साथ ना रहती तो शायद आज जिंदा रहती।
Shraddha murder case Letter : दो साल पुरानी 23 नवंबर 2020 का लिखा श्रद्धा का ये खत या यूं कहें कि पुलिस कंप्लेंट सामने आया है। अगर अब तारीख और साल को भुला दें और सिर्फ इस शिकायत को पढ़ जाएं तो ऐसा लगेगा कि श्रद्धा ने ये खत खुद के कत्ल के बाद लिखा है। जो बात उसने दो साल पहले लिख दी, डेढ़ साल बाद उसके साथ ठीक वही हुआ। वैसे ही गला दाबा गया। वैसे ही दम घोंटा गया। वैसे ही लाश के टुकडे किए गए और वैसे ही फेंक दिए गए।
ये महज इतेफाक था या फिर सचमुच श्रद्धा को अपना अंजाम मालूम था। और अगर उसे अपना अंजाम मालूम था तो फिर ऐसी कौन सी मजबूरी थी कि खुद की जान हथेली पर रख कर वो अपने होनेवाले कातिल के साथ रह रही थी। इस इतेफाक या मजबूरी पर बात करें उससे पहले क्यों ना एक बार दो साल पहले यानी 23 नवंबर 2020 को लिखे श्रद्धा के इस खत या पुलिस कंप्लेंट को ऊपर से नीचे तक पढ़ लें।
आफताब बुरी तरह से श्रद्धा की करता था पिटाई
Shraddha Aftab News : दरअसल 23 नवंबर 2020 को श्रद्धा ने ये पुलिस कंप्लेंट तब दी थी, जब आफताब ने उसकी हालत कुछ ऐसी कर दी थी। नाक, गाल, गला, कमर के निचले हिस्से पर बेतहाशा चोट और चोटों के निशान थे। आफताब ने तब श्रद्धा की बुरी तरह पिटाई की थी। इस पिटाई के बाद श्रद्धा को उसके दोस्त अस्पताल ले गए। जहां उसे भर्ती करना पडा। अपने उन्हीं दोस्तों के मशवरे के बाद तब श्रद्धा ने तुलिंज पुलिस स्टेशन में ये कंप्लेन दी थी। तब श्रद्धा ये तय कर चुकी थी कि अब वो आफताब से अलग हो जाएगी। उसके साथ बिल्कुल नहीं रहेगी। लेकिन अफसोस वो फिर से आफताब के बहकावे में आ गई।
आफताब ने तब श्रद्धा को इमोशनल ब्लैकमेल करते हुए धमकी दी कि अगर वो उसके पास नहीं लौटी तो वो खुदकुशी कर लेगा। उसने श्रद्धा से माफी भी मांगी। श्रद्धा पसीज गई। और अस्पताल से फिर उसी आफताब के पास पहुंच गई। इतना ही नहीं, आफताब के कहने पर ही उसने अगले ही दिन तुलिंज पुलिस स्टेशन में दिया अपना ये कंप्लेन भी वापस ले लिया। ये उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी नहीं, बल्कि सचमुच आखिरी गलती साबित हुई।