
23 जून 1980 की सुबह हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसी काली सुबह बनकर आई थी जिसने देश की तकदीर बदल दी, अगर उस सुबह एक हादसा नहीं हुआ होता तो शायद इस देश की तस्वीर आज कुछ और होती। इस सुबह हिंदुस्तान की राजनीति के सबसे चमकते और उभरते सितारे संजय गांधी का विमान ज़मीन से टकराया। और वो टूटे सितारे की तरह गिरकर ज़मीन पर हमेशा-हमेशा के लिए डूब गया।
संजय गांधी को विमान उड़ाने का बहुत शौक था, और उस दिन भी जून के गर्म दिनों के बावजूद संजय गांधी रोजाना की तरह सफदरजंग एयरपोर्ट के लिए अपनी कार से निकले थे, उस दिन वो दिल्ली फ्लाइंग क्लब के नए विमान 'पिट्स एस 2ए' को उड़ाने वाले थे, जिसे लेकर वो बेहद उत्सुक थे। 'पिट्स एस 2ए' को वो पहली बार नहीं उड़ा रहे थे, 23 जून को वो चौथी बार इस विमान में उड़ान भरने के लिए तैयार थे।