
MP Khargone Riots : मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में साप्रादायिक तनाव का माहौल है. बताया जा रहा है कि रामनवमी के जुलूस में पथराव और आगजनी की घटना के बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इस घटना को लेकर अब तक 77 लोगों को अरेस्ट किया गया है.
इस हिंसा में हुई फायरिंग में खरगोन के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ चौधरी को भी गोली लगी. इनके अलावा 6 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 24 लोग घायल हुए हैं. घटना के बाद जिन लोगों पर पथराव करने का आरोप है उनके घरों पर बुलडोजर चलाया गया.
ये 10 अप्रैल रविवार को ये हिंसा तब हुई जब रामनवमी के जुलूस पर पथराव हुआ. इसके बाद कुछ घरों और गाड़ियों में आग लगा दी गई. हंगामे के दौरान पेट्रोल बम भी फेंके गए. इसके बाद वहां हिंसा भड़क उठी. लोगों के गुस्से को देख पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.

सीएम शिवराज सिंह ने घटना को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
इस पूरी घटना पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चिंता जताते हुए इसे ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ कहा है. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों से की जाएगी. सीएम ने ये भी दावा किया कि ‘‘दंगाइयों की पहचान कर ली गई है और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और मध्य प्रदेश में दंगाइयों के लिए कोई जगह नहीं है.

गृहमंत्री बोले : जिस घर से पत्थर निकलेगा, उसे पत्थरों का ढेर बना देंगे
वहीं, मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने खरगोन के हालात पर चिंता जाहिर करते हुए बयान जारी किया है. गृह मंत्री ने कहा है कि जिस घर से पत्थर निकलेगा, उसे पत्थरों का ढेर बना देंगे. इस हिंसा को लेकर कमिश्नर पवन शर्मा का दावा है कि 4 सरकारी कर्मचारियों पर भी अफवाह फैलाने का आरोप लगा है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. इन आरोपियों में से एक सरकारी कर्मचारी को सस्पेंड भी कर दिया गाय है.