
Shraddha Murder Case: आफताब ने पूछताछ में खुलासा किया है कि हत्या करने के बाद उसने कुछ देर आराम किया था, उसके बाद उसी रात श्रद्धा के शरीर के कुछ हिस्से काट कर छोड़ दिया. उसके बाद अगली सुबह शरीर के बाकी हिस्सों को टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया, आफताब ने मुंबई के एक 5-सितारा होटल में सेफ का काम किया था, सेफ ट्रेनिंग लेने की वजह से वह किसी भी बॉडी को आसानी से काटना जानता था.
यह अलग बात हो सकती है कि इस बार वह किसी जानवर के शव को नहीं बल्कि अपनी ही प्रेमिका को काट रहा था, उसने शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने के लिए आरी समेत कई धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया.
आरी को गुरुग्राम ऑफिस के पास फेंका था, आरी को खोजने के लिए दिल्ली पुलिस ने उस इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन अभी तक आरी बरामद नहीं हुई है. पूछताछ में आफताब ने बताया कि उसने करीब 4 महीने तक श्रद्धा के शरीर के टुकड़ों को फ्रिज में रखा था.
आफताब ने पूछताछ में बताया कि श्रद्धा की हत्या करने के बाद वह बड़े ठंडे दिमाग से सब कुछ कर रहा था, हर सबूत मिटा रहा था कि श्रद्धा के शव को कहां और कैसे ठिकाने लगाया जाए, वह हर वक्त यही सोचता रहा
श्रद्धा मर्डर केस की सबसे बड़ी चुनौती : एक भी चश्मदीद नहीं
Delhi Murder Case Update: श्रद्धा मर्डर केस की सबसे कमजोर कड़ी ये है कि इस केस में एक भी चश्मदीद नहीं है. यानी अब जो कुछ है या पुलिस को जो कुछ करना है वो सिर्फ और सिर्फ चंद इंसानी हड्डियों, चंद खून के कतरे और आफताब के बदलते बयानों को सामने रख कर ही करना है। ऐसे में ये जरूरी हो जाता है कि नार्को टेस्ट के दौरान आफताब कुछ ऐसे सुराग या सबूत उगल दे, जिससे उसका बच पाना नामुकिन हो जाए। इस टेस्ट के जरिए पुलिस को खास तौर पर जिन सवालों के आफताब से सच-सच जवाब चाहिए, वो सवाल ये हैं।
श्रद्धा का कत्ल किस तारीख को किया?
श्रद्धा को क्यों मारा?
श्रद्धा को कैसे मारा?
लाश के टुकडे कैसे किए?
टुकडे करने के लिए हथियार कहां से खरीदे?
टुकडों को घर में कितना वक्त तक रखा?
टुकडों को कैसे और कहां रखा?
लाश के टुकडों को कहां-कहां ठिकाने लगाए?
हथियार कहां फेंके?
कत्ल के बाद छह महीने तक क्या कुछ किया?
अगर कत्ल गुस्से में और गलती से किया तो तभी पुलिस के सामने सरेंडर क्यों नहीं किया?