अजब बिहार की ग़ज़ब दास्तां
CRIME NEWS :बहुत पहले एक ऐड आया था, MP ग़ज़ब है...। मध्य प्रदेश के टूरिज़्म डिपार्टमेंट ने इस ऐड को ये सोच कर बनाया था कि उसके ज़रिए सैलानियों को मध्य प्रदेश की सैर के लिए आकर्षित करेंगे। मगर उस वक़्त शायद ये नहीं सोचा गया था कि इस ऐड के ज़रिए किसी किसी प्रदेश की पूरी हालत बस इतने से वाक्य में ही पूरी हो जाएगी।
नीतीश कुमार जी अगर बिहार में 500 टन लोहे का पुल भी सुरक्षित नही है तो बिहार में फिर सुरक्षित है क्या?
— Srinivas BV (@srinivasiyc) April 9, 2022
कुर्सी बचाने के चक्कर में कानून व्यवस्था बनाये रखने की अपनी जिम्मेदारी से मुँह मत मोड़िये..
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अगर MP ग़ज़ब है, तो बिहार सुपर ग़ज़ब है। और इसके सुपर ग़ज़ब होने की दास्तां सुनकर आपको क़िस्से और कहानियों वाला बिहार आपकी आंखों के सामने पर्दे पर किसी फिल्म की तरह चलता दिखाई देने लगेगा। ये क़िस्सा जितना अजब और ग़ज़ब है उससे कहीं ज़्यादा दिमाग़ का दही बना देता है।
50 साल पुराना एक 60 फुट लंबा 500 वज़नी पुल चोरी चला गया
BIHAR CRIME NEWS: इधर उधर की बक़वास छोड़ते हैं और सीधे मुद्दे पर आते हैं...यहां बिहार में 50 साल पुराना एक 60 फुट लंबा 500 वज़नी पुल चोरी चला गया। है न दिमाग की दही बनाने वाली कहानी। कोई पुल भी चोरी करता है, या कहीं पुल भी चोरी हो सकता है।
तो जनाब ये हम खाली जुबानी जमाखर्च नहीं कर रहे , बल्कि बिहार से रोहतास ज़िले के नासरी गंज थाना इलाके में दर्ज हुई FIR की इबारत पढ़कर बता रहे हैं। मज़े की बात ये है कि जिन लोगों ने ये पुल चोरी किया वो भी कई जोड़ी आंखों के सामने।
थाने में दर्ज हुई शिकायत के हिसाब से मामला कुछ यूं है कि रोहतास ज़िले के नासरी गंज इलाक़े में आरा कैनाल नहर पर एक पुल है...या यूं कहें था...। 1972 के आस पास उसे बनाया गया था। और तभी से उसका वजूद यहां के लोगों के लिए बना हुआ था।
लेकिन गुज़रे वक़्त में गर्मी जाड़ा और बरसात झेलते झेलते वो पुल भी काफी हद तक जर्जर हो गया था। और आस पास के लोगों ने इस जर्जर पुल की वजह से किसी भी संभावित ख़तरे के मद्देनज़र सिंचाई विभाग में शिकायत दर्ज करवा दी थी कि इसकी मरम्मत करवा दी जाए या फिर इसकी जगह दूसरा पुल तैयार कर दिया जाए।
अफ़सर बनकर आए चोर, रौब झाड़ा, काम भी करवाया
LATEST CRIME BIHAR: बीते दिनों कुछ चोर सिंचाई विभाग के अधिकारी बनकर आए। अपने साथ बुलडोजर और गैस कटर भी ले आए। लोगों ने यही समझा कि महकमें के अधिकारी ही होंगे, वर्ना किसी की ऐसी क्या मजाल कि वहां आकर पुल चुराने की हिम्मत करे।
अधिकारी बने चोरों ने बाक़ायदा गैस कटर से पुल को काटा और पुल का क़रीब 60 मीटर लंबा और 500 वजनी हिस्सा काटकर ट्रक में लादकर चलते बने। दिलचस्प बात ये है कि चोरों की मदद बाकायदा सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने की। उन्हें क्या पता था कि ये स्पेशल 26 गैंग वाले हैं।
पुल चोरी होने के कई दिनों के बाद आस पास के लोगों और सिंचाई विभाग को समझ में आया कि पुल तो चोरी हो गया। और वो भी दिन दहाड़े। तब सिंचाई विभाग के अधिकारी दौड़े दौड़े थाना पहुँचे और वहां अपना रोना रोया। लेकिन पुलिस वालों के कुछ सवाल हैं जिन्हें सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर और सीनियर अधिकारी कोई भी ढंग से दे नहीं पा रहा।
क्योंकि उन्हीं सवालों की तह में ही तो पूरी दास्तां क़ैद है। बहरहाल ज़मीनी सच यही है कि रोहतास के विक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र से एक पुल चोरी हो गया है, अब पुलिस लाठी डंडा लेकर चोरी हुए पुल को ढूंढ रही है।