
निज़ामों के शहर कहे जाने वाले हैदराबाद में शनिवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया. हादसा जिसने मात्र 39 साल के डाक्टर से उसकी ज़िंदगी छिन ली.
दसअसल , शनिवार की सुबह डॉक्टर घरेलू काम से अपनी कार से सफ़र पर निकलते हैं. कम्बख़्त उन्हें कहां पता था वो उनके जीवन का आख़िरी सफ़र होगा. सफ़र करते हुए अचानक कार के बोनट से उन्हें धुआँ निकलता हुआ दिखा. डॉक्टर इस बात की तफ़तीश के लिए कार रोक ही रहे थे कि अचानक धुआँ आग की लपटों में बदल जाता है.
आग का नजारा इस कदर ख़ौफ़नाक था मानो होलिका दहन हो रहा हो. आग के चलते डॉक्टर कार में ही फँसे रह गए और दुर्भाग्य से उनकी वहीं मौत हो जाती है.
घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस व फ़ायर टेंडर मौक़े पर पहुँची. लंबी कोशिश के बाद फ़ायर ब्रिगेड आग पर काबू पाती है. पर अफ़सोस की बात ये रही की डॉक्टर की जान बचाने में वो नाकाम रही.
बहरहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. घटना के बाद परिवार के लोगों में दुख का माहौल है. मृतक की पहचान 39 साल के डॉक्टर नीलपति सुधीर के तौर पर की गई. जो हैदराबाद के मलकपेट यशोदा अस्पताल में ऑर्थोपैडिक डॉक्टर थे. मूलतः वो आंध्र प्रेदश के ओंगोल के रहने वाले थे. कार में आग किन वजहों से लगी इसका अभी पता लगया जा रहा है.