इन खोपड़ियों को फूल, विग और चश्मों से सजाया जाता है और उन्हें बकायदा सिगरेट भी पिलाई जाती है। ऐसे मुर्दे के सिरों को स्थानीय भाषा में लोग नातीतास कहते हैं।
ये सिर परिवार के उन सदस्यों के हैं जिनकी मौत एक साल पहले हुई थी। कब्र खोदकर एक साल बाद उन शवों के सिरों को कब्र से बाहर निकाला जाता है और फिर उन्हें इस मेले में लेकर आया जाता है।
बोलीविया के ला पैज में मनाए जाने वाले इस जश्न के बारे में लोगों का मानना है कि ऐसा करने से मौत की नींद सोए हुए उनके परिवार के लोग उनकी सभी तकलीफें दूर कर देंगे।
एक हफ्ते तक इस त्यौहार को मनाने के बाद कब्र से निकाले गए मुर्दों के सिरों को वापस कब्र में ही रख दिया जाता है।
लोगों का मानना है कि ऐसा करने से उनके सारे दुख-दर्द दूर हो सकते हैं । ऐसी शक्ति परिवार के उन लोगों की लाश के सिर में होती है जो मर गए हैं।
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