
सागर से शिवा पुरोहित की रिपोर्ट :
वो करोडों की दौलत पाना चाहता था. दौलत के लिए उसे अलौकिक शक्तियों की चाहत थी. और इसी के चक्कर में वो सीरियल किलर बन गया. ऐसा किलर जिसने 4 हत्याएं कर डालीं. वो कुल 11 क़त्ल करना चाहता था. अभी उसके निशाने पर 7 लोग थे. लेकिन उससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया. अब उसे आजीवन कारावास की सजा हुई है.
इस सीरियल किलर का नाम है राजेश उर्फ रमाकांत तिवारी. वो मध्य प्रदेश के सागर के बीना का रहने वाला है. इसे सितंबर 2018 में बीना थाने की पुलिस की गिरफ्तार किया था. उस समय इसे प्रमोद विश्वकर्मा की हत्या के आरोप में दबोचा गया. लेकिन पुलिस ने जब इससे पूछताछ की तब उसने कुल 4 हत्या को अंजाम देना कबूल किया. ये सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई थी.
ऐसे पकड़ में आया था सीरियल किलर
राजेश उर्फ रमाकांत तिवारी हर तरीके से पैसे कमाना चाहता था. वो बीएड की अच्छे नंबर वाली फर्जी मार्कशीट बनवाकर भी किसी स्कूल में नौकरी करने की तैयारी में था. बीएड की मार्कशीट बनवाने के सिलसिले में उसकी मुलाकात प्रमोद विश्वकर्मा से हुई थी. प्रमोद ने राजेश से 15 हजार रुपये ले लिए. लेकिन मार्कशीट बनाकर नहीं दी. इससे राजेश गुस्से में आ गया.
उसने 9 सितंबर 2018 की रात बीजासेन मंदिर परिसर में प्रमोद को मिलने के लिए बुलाया था. यहां आने के बाद राजेश ने छोटी पार्टी देने का ऑफर किया. उसी दौरान चाय में नशीली दवा मिलाकर पिला दी. जिससे प्रमोद बेहोश हो गया. इसके बाद राजेश ने पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी थी. फिर पहचान छिपाने के लिए पत्थर से प्रमोद के चेहरे को बुरी तरह से कुचल दिया था.
इस हत्या के बाद राजेश ने प्रमोद के परिवारवालों को फोन कर 25 हजार रुपये मांगे थे. परिवारवालों ने इस बारे में पुलिस को सूचना दे दी थी. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी राजेश को मंदिर के पास से ही गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तब उसके सीरियल किलर होने की बात सामने आई थी.
उसने गाली दी और इसने मार डाला
पुलिस की पूछताछ में राजेश ने बताया कि उसने अगस्त 2018 में सुल्तान की हत्या की थी. पुलिस की पड़ताल में पता चला कि घटना सच थी. दरअसल, 26 अगस्त 2018 को बीना के शास्त्री वॉर्ड में नग्न अवस्था में सुल्तान का शव मिला था. मृत सुल्तान आचवल वॉर्ड में रहता था. इस घटना को लेकर राजेश ने पुलिस को बताया था कि उसने सुल्तान को 300 रुपये दिए थे.
लेकिन बार-बार मांगने के बाद भी वो पैसे नहीं लौटा रहा था. 23 अगस्त 2018 की रात उसने सुल्तान को अपने घर बुलाया था. वहां पैसे मांगे तो सुल्तान ने गाली दे दी. इसी से नाराज होकर उसने खाने के कुछ सामान में नींद की गोली खिला दी। इसके बाद सुल्तान जब सो गया तो पत्थर मार उसकी हत्या कर दी. दो दिनों तक उसने घर में ही शव को रखा. लेकिन दुर्गंध आने पर 26 अगस्त 2018 की तड़के ही शव को घर के बाहर सड़क पर फेंक दिया था.
भाई और एक महिला की हत्या का भी है दोषी
इन दो हत्याओं के अलावा राजेश अपने भाई और एक महिला की भी हत्या कर चुका है. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 26 नवंबर 2009 को इसने 40 वर्षीय कमला बाई की हत्या कर दी थी. इसके अलावा, 18 अक्टूबर 2017 को पारिवारिक विवाद और मनमुटाव के चलते अपने भाई हरिओम का भी क़त्ल कर दिया था. हालांकि, ये दोनों ही मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं.
फिंगरप्रिंट और डीएनए रिपोर्ट के आधार पर हुई सज़ा
विशेष लोक अभियोजक डी.के. मालवीय ने मीडिया को बताया कि सीरियल किलर राजेश उर्फ रमाकांत तिवारी को हत्या के दो मामलों में सजा सुनाई गई है. अदालत ने हत्या की धारा-302 में उम्रकैद की सजा दी.
सीरियल किलर ने ये दोनों हत्याएं महज 15 दिनों के भीतर कीं थीं. जिन पत्थरों से उसने हत्या की थी, उस पर मिले फिंगरप्रिंट और डीएनए रिपोर्ट से राजेश के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले थे. जिसके आधार पर सागर के अपर सत्र न्यायाधीश अनिल चौहान ने 21 जुलाई 2021 को ये सजा सुनाई.