Noida Cyber Crime: अगर आप ऑनलाइन (Online) ऐप के जरिए मनी ट्रेडिंग (Trading) करते हैं तो होशियार (Alert) हो जाइए। दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR) में ऐसा गैंग (Gang) सक्रिय है जो आपको लूट लेगा। आपको झांसे में फंसाकर कंगाल बना देगा। नोएडा के साइबर (Cyber) पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो डीमैट (Dmat) अकाउंट (Account) खुलवा कर लोगों से ठगी (Cheat) किया करता था।
यह गैंग अब तक 500 लोगों से धोखाधड़ी कर चुका है पुलिस ने गैंग के सरगना को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद के रहने वाले जीएसटी के रिटायर्ड कमिश्नर अशोक कुमार ने नोएडा साइबर क्राइम थाना सेक्टर 36 में शिकायत दी थी कि उनके साथ करेंसी ट्रेडिंग के नाम पर 15 लाख की ठगी की गई है।
जीएसटी के पूर्के अफसर की शिकायत मिलने के बाद नोएडा की साइबर क्राइम पुलिस ने जांच शुरू की पुलिस के हाथ इस गैंग तक जा पहुंचे। पुलिस ने नोएडा से मध्यप्रदेश तक छापेमारी की जिमसें एक आरोपी शोएब मंसूरी को गिरफ्तार किया गया है।
शोएब मूलरूप से मध्यप्रदेश का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि इन लोगों ने आमदनी सॉल्यूशन नाम से एक कॉल सेंटर बना रखा था जिसके माध्यम से यह लोगों को कॉल कर करेंसी ट्रेडिंग करने के लिए आमंत्रित करते थे। कस्टर को कन्वेंस करने के बाद उनका मेटा ट्रेडर्स पर डीमैट एकाउंट खुलवा दिया करते थे जिसका एक्सेस ये गैंग अपने पास रखता था।
इस शातिर गैंग ने फर्जी मेटा ट्रेडर्स-5 नाम से एक ऐप बनाकर प्ले स्टोर पर अपलोड कर रखा था। जिसमें डिजिटल रूप से ग्राहक को यह लगता था कि उसके पैसे दिन दूने रात चौगुने बढ़ रहे हैं। जिसके चलते ग्राहक लालचवश और ज्यादा इन्वेस्ट करता था।
वही जब ग्राहक अपने पैसे और प्रॉफिट वापस लेना चाहता तो जीएसटी चार्ज, कन्वर्जन चार्ज और सेटलमेंट चार्ज के नाम पर यह लोग विभिन्न खातों में पैसे ट्रांसफर करवा लेते थे। अब तक ये लोग 500 लोगो से लगभग 15 करोड़ से ज्यादा की ठगी कर चुके है।
वही साइबर क्राइम थाने की इंचार्ज रीता यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि पीड़ित की शिकायत के बाद हम लोगों ने जांच के बाद इंदौर में छापेमारी की जिसमें एक आरोपी शोएब मंसूरी को गिरफ्तार किया गया है। ये लोग कॉल सेंटर के माध्यम से अलग-अलग ब्रोकिंग कंपनियों से ट्रेडिंग करने वाले लोगों का डाटा लिया करते थे और उन्हें कॉल कर इनकी कंपनी के माध्यम से करेंसी ट्रेडिंग के लिए कन्वेंस किया करते थे। अब तक ये लोग 500 लोगों के साथ लगभग 15 करोड की ठगी कर चुके हैं, इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है।