
Matrimonial Fraud: अगर आप रिश्ते (Bridegroom) की तलाश (Search) में हैं और मैट्रिमोनियल साइट्स (Matrimonial Sites) को विजिट कर रहे हैं तो सावधान (Alert) हो जाइए। मैट्रिमोनियल साइट्स पर बड़ी तादाद में साइबर क्रिमिनल ठगी का जाल बिचाए बैठे हैं। आपसे जरा सी चूक हुई तो बस समझिए गए काम से। देश के कई हिस्सों से आए दिन मैट्रिमोनियल साइट्स के जरिए ठगी के मामले सामने आ रहे हैं।
मैट्रिमोनियल साइट्स पर नक़ली आईएएस, फ़र्ज़ी आईपीएस, जालसाज़ डाक्टर व इंजीनियर सब मौजूद हैं। ये नकली प्रोफाइल बनाकर लड़कियों को अपने जाल में फंसाते हैं और फिर लूटकर फरार हो जाते हैं।
मैट्रिमोनियल साइट्स फर्जी IPS 2010 बैच
मैट्रीमोनियल और डेटिंग ऐप के ज़रिए महिलाओं से ब्लैकमेलिंग और ठगी करने वाला जालसाज़ को दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार किया है। ये आरोपी खुद को IPS 2010 बैच बताता था। ये जालसाज खुद को कभी सीबीआई ऑफिसर कभी एटीएस ऑफिसर तो कभी एनआईए का ऑफिसर बताकर मैट्रिमोनियल साइट्स फर्जी आईडी बनाता था।
ये शातिर महिलाओं से ठगी की वारदात को अंजाम देता था। इसका भारी भरकम प्रोफाइल देखकर कई महिलाएं इसके झांसे में आ जाती थी और उनसे यह लाखों रुपए की वसूली करके फरार हो जाता था। इस जालसाज का नाम मयंक कपूर है। यह शख्स दिल्ली का रहने वाला है इसकी उम्र 38 साल है। प्रोफाइल में यह अपनी आमदनी 50 से 70 लाख सालाना बताया करता था।
हाल ही में 28 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस को एक कंप्लेंट मिली थी जिस कंप्लेंट में महिला ने रोहिणी के साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि मयंक कपूर नाम का शख्स jeevansathi.com पर उसके संपर्क में आया था अपनी सैलरी 50 से ₹70 लाख बताया था सीबीआई के अधिकारी बताता था धीरे-धीरे दोनों में बातचीत शुरू हो गई।

इसी तरह कपूर ने मयंक कपूर ने महिला का विश्वास जीत लिया और उससे डेढ़ लाख रुपए अलग-अलग हिस्सों में ले लिए और धीरे-धीरे महिला से दूरियां बनाने लगा और फिर उसका नंबर ब्लॉक कर दिया इतना ही नहीं आरोपी ने महिला को धमकी देनी शुरू की उसके नंगी और अश्लील तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा इस आरोपी ने जस्ट डायल पर महिला के कुछ फोटोग्राफ अपलोड भी कर दिए थे। आरोपी लगातार महिला को ब्लैकमेल कर रहा था।
जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के जरिए रोहिणी सेक्टर 15 में कहीं छुपा हुआ है जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी करके रोहिणी से इसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने खुलासा किया कि उसकी 2013 में शादी हुई थी लेकिन 2017 में उसकी वाइफ ने ही उसके ऊपर यौन शोषण का केस दर्ज किया था और दोनों में डाइवोर्स हो गया था।
इसके बाद से ही मयंक कपूर नाम के शख्स ने महिलाओं को निशाना बनाने का ठान ली थी और इसने 2019 से डेटिंग ऐप के जरिए और जीवनसाथी पर अपने अलग-अलग प्रोफाइल बनाए थे इस शख्स ने डेटिंग एप बेटर हाफ पर भी खुद को आईपीएस 2010 बैच का ऑफिसर बताया था और कई महिलाओं से ठगी की वारदात को अंजाम दिया था।
ये दसवीं पास शकस लड़कियों की फ़ोटो हासिल कर उनको ब्लैकमेल किया करता था। इसके खिलाफ मुलुंड मुंबई में भी ब्लैकमेलिंग का एक केस दर्ज हुआ था जिसमें इसकी गिरफ्तारी की गई थी जेल से छूटने के बाद यह दोबारा इसी काम में जुट गया था।
मेट्रीमोनियल साइट से तलाकशुदा महिलाओं को अपने प्यार के जाल में फंसााया
इसी साल 24 मई को मेट्रीमोनियल वेबसाइट shaadi.com पर तलाकशुदा महिलाओं को अपने प्यार के जाल में फंसाकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी तथा बलात्कार के मामले 5 साल से फरार चल रहे आरोपी को फरीदाबाद की बीपीटीपी पुलिस ने किया गिरफ्तार किया। आरोपी का नाम आकाश है जिसकी उम्र करीब 48 वर्ष है।
आरोपी बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है जो तलाकशुदा महिलाओं को अपने झांसे में लेकर उनके साथ बलात्कार तथा धोखाधड़ी की वारदातों को अंजाम देता है। महिला पुलिस थाना सेंट्रल में वर्ष 2017 में फरीदाबाद की रहने वाली एक 45 वर्षीय महिला ने शिकायत दी थी जिसमें उसने बताया कि आरोपी ने उसे शादी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया।

साथ ही उसके 70 लाख के फ्लैट को बेचकर उसके पैसे हड़प गया तथा एक अन्य फ्लैट पर उसने महिला के नाम पर लोन उठाया तथा उसके पैसे भी ले गया। इसके बाद महिला ने जब उससे शादी करने के लिए कहा तो वह फरार हो गया। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी है। आरोपी पंजाब के जालंधर का रहने वाला है परंतु उसकी पढ़ाई लिखाई दिल्ली से हुई है।
आरोपी फरीदाबाद में मुकदमा दर्ज होने से पहले दो बार शादी कर चुका था और दोनों बार उसका तलाक हो गया था। आरोपी shaadi.com पर ऐसी महिलाओं की तलाश करता था जिनका तलाक हो चुका होता है। फिर उनसे संपर्क करके वह उनके नजदीक आने की कोशिश करता है और महिलाओं को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उनके साथ बलात्कार व धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देता है।
गुरुग्राम में भी इस आरोपी ने एक महिला के साथ 60 लाख रुपए की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया था जिसके बारे में गुरुग्राम पुलिस को सूचित किया जा चुका है। आरोपी से मामले में गहनता से पूछताछ की जा रही है और उसकी निशानदेही के बाद बरामदगी की जाएगी।
मेट्रीमोनियल साइट एनआरआई बनकर लड़कियों को शादी का झांसा
पिछले साल दिल्ली पुलिस ने मैट्रिमोनियल साइट पर जालसाजी का बड़ा खुलासा किया। ये आरोपी NRI बन कर अपना प्रोफाइल वेबसाइट पर डालते थे और लड़कियों को चीट करते थे। इनका प्रोफाइल देखकर जब कोई लड़की इनसे कांटेक्ट करती तो ये अपने आप को विदेश में बसा वेल सेटल बिजनेसमैन बताते थे और फिर शादी का झांसा देते थे।
चीटिंग के साथ-साथ बाद हिंदुस्तान आकर मिलने की बात करते। ये अपने जाल में लड़कियों को फसाने के बाद हिंदुस्तान एक महंगे गिफ्ट के साथ आने की बात करते और फिर कस्टम में तोहफे की क्लीयरेंस कराने के नाम पर उन लड़कियों से अपने एकाउंट में पैसे डलवा लिया करते थे।

क़रीब 2000 नंबर की तफ्तीश और टेक्निकल सर्वेलांस के बाद पुलिस ने लोगों की गिरफ्तारी की थी। इन लोगों ने फर्जीवाड़े के लिए बकायदा एक कॉल सेंटर बनाया हुआ था। दरियागंज इलाके में रहने वाली एक लड़की की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी। पीड़िता से इस गैंग ने कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर करीब 85 हजार रुपये अपने एकाउंट में डलवा लिए थे।
इस गैंग के सदस्यों की बैंक एकाउंट डिटेल्स से करीब 300 लड़कियों का पता चला है जिनके साथ ये इस तरह धोखाधड़ी की गई है। दिल्ली पुलिस ने इनके पास से करीब 54 मोबाइल बरामद किए। साथ ही वह चार लैपटॉप भी जब्त किए हैं जिनके जरिए यह लोग धोखाधड़ी कर रहे थे ।
इस तरह बचें मैट्रिमोनियल फ्रॉड करने वालों से
मैट्रिमोनियल साइट्स पर फर्जीवाड़े की जानकारी से घबराने की जरुरत नहीं है बस सजग रहने की जरुरत है। बस इन बातों का ध्यान रखें ताकि आपके साथ कोई ठगी और फ्राड ना हो सके मसलन:
- जिस प्रोफाइल पर संपर्क हो उसकी असलियत की जांच करें।
- प्रोफाइल बनाने वाले शख्स के पते और परिजनों की जानकारी हासिल करें।
- जिस विभाग में कार्यरत होने की बात कही जा रही है उस विभाग से तस्दीक कर लें।
- जब तक उसपर पूरा विश्वास ना हो जाए किसी भी प्रकार की तस्वीरें शेयर ना करें।
- वीडियो कॉल और अंतरंग बातों से बचें।
- अगर वो रुपये की मांग करता है तो होशियार हो जाएं।
- किसी भी तरह का शक होने पर पुलिस की मदद लें।
- लड़कियों के नंबर शेयर करने से बचें।
जाहिर है धोखा हो उससे पहले खबरदार हो जाना जरुरी है। ज्यादातर मामलों में ये देखा गया है कि धोखाधड़ी करने वाले गिरफ्तार तो हो जाते हैं लेकिन आपकी लूटी गई रकम जल्दी वापस नहीं मिल पाती है।