नवादा पुलिस ने पकड़े 33 शातिर जालसाज़
LATEST CRIME: साइबर ठगी तो ऐसी चोरी है, कि आदमी न तो रो सकता है और न ही किसी को ज़्यादा बता सकता है। बस मन ही मन अफ़सोस करता रहता है। ऐसा शायद ही कोई हो जिसका पाला आजतक किसी साइबर ठग से न पड़ा हो। और एक बार पाला पड़ने के बाद हर किसी की जुबान से यही निकलता है कि इनसे ज़्यादा ख़तरनाक तो कोई नहीं हो सकता।
बिहार की नवादा पुलिस ने 16 फरवरी वाले रोज न जाने कितने लोगों को राहत की सांस लेने का मौका दिया होगा और न जाने कितनी दुआएं उन्हें मिली होंगी, क्योंकि नावादा पुलिस ने बिहार के थालापोश गांव से 33 साइबर ठगों को गिरफ़्तार कर ही लिया जो दूर बैठे बैठे सैकड़ों लोगों की जेब साफ कर रहे थे।
ऐसे दबोचे गए गांव में बैठे शातिर ठग
JAALSAAZ NEWS: 33 साइबर ठगों को गिरफ़्तार करने वाली टीम के प्रमुख नवादा के एसडीपीओ मुकेश साहा के मुताबिक कि एक मुखबिर से इत्तेला मिलने के बाद पुलिस की दो टीमें तैयार की गई थीं और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर एक गांव में छापा मारकर 33 लोगों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। इन शातिर ठगों के पास से तीन लैपटॉप, तीन दर्जन से ज़्यादा मोबाइल फोन, एक मोटरबाइक के अलावा कई और औजार पुलिस ने बरामद किए हैं।
बकौल पुलिस खबर मिली थी कि ये तमाम साइबर ठग इसी गांव में आकर इकट्ठा होते थे और यहीं से मोबाइल के ज़रिए देश के अलग अलग हिस्सों में बैठे लोगों को चूना लगाते थे। पुलिस को यहां क़रीब 50 ठगों के आस पास मिलने की उम्मीद थी। लेकिन जैसे ही पुलिस की टीम ने गांव में छापा मारा तो घरों की छतों में बैठे सारे शातिर वहां से भाग खड़े हुए।
इसलिए इकट्ठा होते थे गांव में
LATEST CRIME NEWS IN HINDI: तब पुलिस और स्वात टीम ने पीछा करके जंगलों से 33 शातिर ठगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की, जबकि बाकी वहां से भागने में कामयाब हो गए। पता चला है कि ये शातिर ठग कृषि क्षेत्र में वर्चुअल कॉल सेंटर चला रहे थे। पूछताछ में शातिर ठगों ने खुलासा किया कि इस गांव में टॉवर का सिगनल सबसे अच्छा आता है इसलिए ही वो सब गांव में इकट्ठा होते थे।
इन शातिर लुटेरों ने एक और बात बताई। कि अगर किसी ने उनका फोन उठा लिया और थोड़ी देर बात कर ली तो फिर वो उसे ठगे बिना नहीं छोड़ते थे। पुलिस अब उनके किए गए शिकारों के बारे में पता लगाने के साथ साथ उन तमाम बदमाशों का पता तलाश रही है जो वहां ठगी के लिए ही आते थे।