
Murder Story in Hindi :उसने मर्डर की बेहद खौफनाक साजिश रची थी. एक कत्ल और तीन निशाना. यानी मर्डर तो एक हुआ लेकिन इससे वो तीन फायदे उठाना चाहता था. वो इस कत्ल के बाद नई जिंदगी गुजारना चाहता था. उसकी ये कोशिश काफी हद तक शुरुआत में कामयाब भी रही. 3 कातिल पुलिस की हिरासत में आ गए. लेकिन कुछ समय बाद असली कातिल और उसकी साजिश बेनकाब हुई तो पुलिस भी दंग रह गई. आज क्राइम स्टोरी (Crime Stories in Hindi)में मध्य प्रदेश के राजगढ़ में हुए मर्डर की अजीब कहानी.

Crime Kahani :मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले का कुरावर इलाका. तारीख 26 जुलाई 2022. दिन मंगलवार. रात के करीब 9 बज रहे थे. अंधेरा काफी था. पति-पत्नी बाइक से कहीं जा रहे थे. अचानक उस बाइक में कुछ दिक्कत आने लगी. बाइक रुक-रुक कर चलने लगी. कुरावर के माना जोड़ सड़क के किनारे पति ने बाइक रोक दी. 31 साल के बद्री प्रसाद बाइक ठीक करने में जुट गए. अपनी पत्नी पूजा को कह दिया कि थोड़ी दूरी पर सड़क किनारे बैठ जाओ.
27 साल की पूजा कुछ दूरी पर बैठ गई. और इधर बद्रीप्रसाद बाइक चेक करने लगे. उसी दौरान फायरिंग हुई. गोली निकली और पूजा को लगी. पूजा को अस्पताल ले जाया गया. वहां पूजा की मौत हो गई. इधर, बद्री प्रसाद के भी कपड़े फटे थे. शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे. पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची. पूछताछ में बद्री प्रसाद ने घटना के बारे में पूरी कहानी बताई.
ये बताया कि उसका मौसेरे भाई मनोहर से विवाद चल रहा है. विवाद पैसों के लेनदेन का है. उसी बात का बदला लिया गया है. असल में 26 जुलाई की रात 9 बजे वो पत्नी पूज के साथ बिजोरी गांव से लौट रहे थे. रास्ते में बाइक खराब हो गई तो उसे ठीक करने लगे. तभी मनोहर अपने 3 साथियों के साथ वहां पहुंचा. पैसों को लेकर विवाद होने लगा. विवाद के दौरान आरोपियों ने मेरी पिटाई शुरू कर दी. उसी समय बीच-बचाव करने पत्नी भी पहुंच गई. तभी मनोहर और उसके साथियों ने फायरिंग कर दी. गोली पूजा को लग गई. पूजा को लहूलुहान हालत में देखकर आरोपी फरार हो गए. फिर बाद में अस्पताल में पूजा ने दम तोड़ दिया.
इस समय तक तो मामला बेहद सीधा और सपाट था. पुलिस ने भी मनोहर समेत 4 लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की. जांच शुरू की. फिर पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया. अब पुलिस ने जब मनोहर से पूछताछ की तो उसने पैसों के लेनदेन के विवाद की बात स्वीकार की. लेकिन हत्या की घटना से इनकार कर दिया.
अब पुलिस ने यही समझा कि हर कातिल खुद को निर्दोष बताता है. इसलिए पुलिस ने पहले यकीन नहीं किया. लेकिन उसके बार-बार दावे पर पुलिस ने उसके मोबाइल फोन की लोकेशन की जांच की. उस समय पता चला कि जिन 4 लोगों पर एफआईआर हुई है वो चारों घटना के समय काफी दूर थे. दो लोग तो उस शहर में ही नहीं थे. अब या तो आरोपियों ने जानबूझकर अपने फोन को दूसरी लोकेशन पर छोड़ा था या फिर वाकई में वो निर्दोष थे. अब पुलिस ने इसकी गहराई से तफ्तीश शुरू की.
पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन पर जांच की. तो मामला कुछ और निकला. अब पुलिस ने कत्ल की एफआईआर कराने वाले पर ही शक के आधार पर जांच की. तो मामला कुछ और ही सामने आया. असल में कत्ल वाले दिन तो कुछ खास सबूत नहीं मिला. लेकिन उससे पहले वो कई संदिग्धों से लगातार बात कर रहा था. पूरी जांच के बाद पता चला कि पति ने ही सुपारी देकर ये मर्डर कराया था. वो भी 5 लाख रुपये की सुपारी दी थी. अब सवाल ये था कि जो शख्स खुद लाखों रुपये के कर्ज में डूबा हो वो भला 5 लाख की सुपारी क्यों देगा. वो भी अपनी पत्नी की है. इससे उसे क्या फायदा होता. पत्नी के नाम पर कोई बड़ी प्रॉपर्टी या बैंक बैलेंस भी नहीं था. अब पुलिस ने उसकी वजह की तलाश की तो कई सनसनीखेज खुलासे हुए.
असल में पता चला कि बद्रीप्रसाद पर 40 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज था. जिसे वो दे नहीं पा रहा था. इसके अलावा उसके कई अवैध रिश्तों का पता चला. उसी में भोपाल की रहने वाली एक लड़की बद्रीप्रसाद से अब शादी करना चाहती थी. इसके लिए वो उस पर दबाव डाल रही थी कि वो पत्नी से तलाक लेकर उससे शादी कर ले. जितनी प्रॉपर्टी उसकी पत्नी के नाम पर वो उसके नाम कर दे. अगर वो ऐसा नहीं करेगा तो असलियत पूरे समाज के सामने ले आएगी.
बद्रीप्रसाद के सामने दूसरी बड़ी परेशानी थी कर्जदारों को पैसे लौटाना. 40 लाख रुपये से ज्यादा का कर्ज कैसे लौटाए. इतने पैसे कहां से लाए. अगर खुद मर जाए तभी ये कर्ज उतर जाएगा. लेकिन वो खुद को मारना नहीं चाहता था. ऐसे में उसने ऐसा रास्ता चुना जिससे एक तीर से तीन निशाने लगाए.
Kahani : मर्डर के बाद हाई कोर्ट के क़रीब फेंक आया, फिर पुलिस के साथ उसी क़त्ल की तफ़्तीश करता रहाबीवी का पहले 35 लाख का बीमा कराया फिर कत्ल
Crime Ki Kahani :भोपाल वाली लड़की ने अवैध रिश्तों को लेकर जब बद्रीप्रसाद पर दबाव बनाना शुरू किया तो उसने और कर्ज लेने की तैयारी की. तब जून 2022 में ही उसने हत्या करने की तैयारी शुरू की. उसने करीब 6 लाख रुपये उधार से जुटाए. इसके बाद गूगल पर सर्च किया कि कैसे किसी की हत्या करके पैसे कमाए जा सकते हैं. उसे बीमा कराने का आइडिया मिला. फिर आसानी से बीमा के पैसे कैसे मिल सकते हैं.
इसे गूगल और यूट्यूब पर सर्च किया. यहां से जानकारी जुटाने के बाद पत्नी पूजा का 35 लाख रुपये का बीमा कराया. पहले 3 महीने के पैसे उसने उधार लिए हुए रुपयों में से ही करीब 21 हजार रुपये की किस्त 17 जून को जमा कर दिए. अब साजिश ये थी कि कम से कम एक महीना बीत जाए तो पत्नी की किसी विवाद में मौत हो जाए तो उसे बीमा के पैसे मिल जाएंगे.
इसलिए उसने साजिश के तहत अब सुपारी किलर का पता लगाया. बद्री प्रसाद ने 5 लाख रुपये में सौदा तय किया. उसने गोलू मीणा, शाकिर और हुनरपाल नामक तीन बदमाशों को अपनी पत्नी की सुपारी दी. 26 जुलाई की तारीख भी तय की गई. इसके लिए घटना से कुछ दिन पहले ही इन्होंने आपस में बात की. हत्या की तारीख के साथ समय और जगह भी तय कर लिया.
तुम बाइक इंडीकेटर जली छोड़ना, हम अंधेरे में समझ जाएंगे
अब रात के अंधेरे में सुनसान रोड पर पूजा का कत्ल करना था. लेकिन उस सड़क पर किसी खास जगह पर वो कत्ल नहीं करना चाहते थे. जिससे सुराग मिल जाए. इसलिए तय हुआ कि बदमाश जिस बाइक से आएंगे उसे सड़क किनारे खड़ी छोड़ देंगे. लेकिन उसका इंडीकेटर ऑन कर देंगे. समय लगभग रात के 9 बजे का होगा. बस उसी इंडीकेटर को देखकर बद्रीप्रसाद कोई बहाना बनाकर अपनी बाइक रोक देगा. और 26 जुलाई 2022 की रात में हुआ भी ऐसा ही. बद्रीप्रसाद अपनी पत्नी के साथ आ रहा था और इंडीकेटर को दूर से देखकर ही बाइक में अचानक गड़बड़ी होने की बात करने लगा. इसके बाद बदमाशों की बाइक से थोड़ी दूरी पर ही अपनी बाइक रोकी. जिसके बाद पूजा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
पत्नी की हत्या के जिस मौसेरे भाई का बद्रीप्रसाद का कर्जदार था. उसे इसी केस में फंसाने की साजिश रच डाली. क्योंकि कई लाख रुपये बद्रीप्रसाद ने उससे ले रखे थे. इस केस में फंसाकर उन पैसों को लौटाने से बचने के साथ आगे पत्नी के बीमे के 35 लाख रुपये लेकर आसानी से अपनी प्रेमिका के साथ जिंदगी जीने की तैयारी कर रहा था. लेकिन उससे पहले ही पूरी साजिश आइऩे की तरह साफ हो गई और असली कातिल सलाखों के पीछे चला गया.