
Prayagraj Umesh Pal Case : प्रयागराज में उमेश पाल मर्डर केस में यूपी पुलिस ताबड़तोड़ एनकाउंटर कर रही है. 6 मार्च को दूसरे आरोपी का पुलिस ने एनकाउंटर किया. वो बदमाश पुलिस की गोली से मारा गया. इस एनकाउंटर के बाद सूबे के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने घटना की जानकारी दी.
एडीजीलॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि एनकाउंटर में मारे गए उस्मान चौधरी के बारे में पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ये उस्मान वो शूटर था, जिसनेना सिर्फ उमेश पाल बल्कि उसकेगनर पर भीगोली चलाई थी. इतना ही नहीं इन्होंने बाकायदा न्यूज चैनलों का भी हवाला दिया कि उस्मान गोली चलाता हुआ साफ नजर आ रहा है. जाहिर है खुद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर साहब और यूपी पुलिस के इनके बाकी साथियों ने भी चैनलों पर उस्मान को बार-बार देखा होगा. हालांकि चैनलों पर शूटआउट की जो तस्वीरें चल ही थी, कायदे से वो खुद यूपी पुलिस ने ही चैनलों को दी थी. इसका मतलब ये हुआ कि चैनल से पहले खुद यूपी पुलिस ने भी उस्मान को गोली चलाते हुए कई बार देखा होगा.
अब बात करते हैं कि यूपी पुलिस के ट्विटर हैंडल की. 4 मार्च यानी रविवार को दोपहर 3.17 मिनट पर यूपी पुलिस ने एक ट्वीट किया था. इस ट्वीट के जरिए यूपी पुलिस नेउ मेश पाल शूटआउट में शामिल शूटरों की गिरफ्तारी पर इनाम की रकम बढाने का ऐलान किया। पहले इनाम 50 हजार था, जिसे यूपी डीजीपीके कहने पर ढाई लाख कर दिया गया। अब जरा इस ट्वीट में दर्ज आरोपियों के नामों को बेहद गौर से पढिएगा। कुल पांच नाम हैं, पहलानाम अरमान, दूसरा असद, तीसरा गुलाम, चौथा गुड्डू मुस्लिम और पांचवा साबिर। साथ में सबके पिता का भी नाम है। अब अगर अब भी समझ ना आया हो, तो फिर से इन नामों को देख लीजिए। आपको इस लिस्ट में उस्मान चौधरी या यूं कहें कि विजय चौधरी का नाम कहीं दिखाई नहीं देगा।
अब सोचिए... जिस उस्मान के एनकाउंटर की खबर सोमवार 6 मार्च की दोपहर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दे रहे हैं, उससे 12 घंटे पहले तक खुद उस उस्मान चौधरी या विजय चौधरी का नाम यूपी पुलिस की वॉन्टेड लिस्ट में कहीं है ही नहीं।
अब सवाल ये है कि जो उस्मान चौधरी उर्फ विजय चौधरी पिछले कई दिनों से गोलियां चलाते हुए लगातार चैनलों पर दिखाई दे रहा है, एनकाउंटर से 12 घंटे पहले तक वही उस्मान चौधरी या विजय चौधरी यूपी पुलिस को क्यों नहीं दिखाई दिया? और अगर दिखाई दिया था तो फिर यूपी पुलिस की वॉन्टेड लिस्ट से उसका नाम बाहर कैसे था?