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गुजरात: पुलिस इंस्पेक्टर ही निकला हत्यारा, 50 दिनों से ग़ायब स्वीटी की हैरान कर देने वाली मिस्ट्री ऐसे सॉल्व हुई

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  • 50 दिन से ग़ायब इंस्पेक्टर की बीवी

  • ख़ाकी के पीछे छिपी थी ख़ूनी साज़िश

  • इंस्पेक्टर के ख़ूनी खेल की शिकार बीवी

इंस्पेक्टर अजय देसाई के साथ स्वीटी

चेहरे पर हल्की सी मुस्कान और आंखों में किसी सितारे सी चमक लिए ये है गुजरात की रहने वाली 37 साल की स्वीटी और ठीक बगल में है स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और करजन पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अजय देसाई.दोनों के हंसते चेहरे पिछले कुछ दिनों से गुजरात के हर एक अख़बार के फ्रंट पेज हिस्सा बन रहे हैं. हो भी क्यों ना एक तरफ़ जहाँ इंस्पेक्टर साहब की आशिक़ी और दिल फेंक हरक़तों ने इलाक़े में उन्हें बदनाम कर रखा था. तो वहीं दूसरी तरफ़ हाल ही में बीवी के लापता होने के बाद क़ातिल अजय देसाई के जुर्म को अंजाम देने के तरीके को जान हर कोई दहशत में जो आ गया था.

इंस्पेक्टर अजय देसाई और स्वीटी

तो चलिए आज क्राइम तक पर गुजरात की इस मिस्ट्री से पर्दा उठाते हुए आपको इन मुस्कुराते चेहरों के पीछे छिपी बेहद अजीब कहानी से रुबरु करवाएं.

स्वीटी और इंस्पेक्टर अजय देसाई की लव मैरिज

पहले से शादीशुदा स्वीटी 2015 में अमेरिका में रह रहे पति को तलाक दे वापिस अपने वतन गुजरात लौट आई . गुजरात आते ही स्वीटी की दोस्ती इंस्पेक्टर अजय देसाई से हुई. स्वीटी पढ़ी लिखी और हमेशा हसमुंख रहने वाली लड़कियों में से थी. लेकिन ना जाने कब पुलिस की नौकरी करने वाले अजय देसाई पर स्वीटी दिल हार बैठी. आज से लगभग 5 साल पहले यानी 2016 में इंस्पेक्टर देसाई और स्वीटी पटेल ने लव मैरिज कर अपने रिश्ते को नाम दिया. प्यार बढ़ा तो घर पर नन्हे मेहमान ने दस्तक दी. बच्चे के आने के बाद घर पर मानो खुशियों को कोई ठिकाना ना रहा .

अपने बच्चे के साथ अजय देसाई और स्वीटी

दोनों के बीच झगड़ा इस बात को लेकर हुआ

अजय, स्वीटी और उनके दो साल के बच्चे की यही तस्वीरें आपको बता देने के लिए काफ़ी है की परिवार में किस कदर खुशी का माहौल था. लेकिन इस बीच अचानक देसाई ने स्वीटी को तलाक दे दूसरी शादी कर ली. देसाई ने स्वीटी को तलाक़ तो दिया लेकिन वो अब भी स्वीटी के साथ लिव-इन में रहता. अपने प्यार को किसी और के बाहों में देखना स्वीटी के लिए असहनीय था. स्वीटी ने देसाई को अपनी दूसरी पत्नी को तलाक देने को कहा. अजय ने स्वीटी की बात टालने की लाख कोशिशें की और एक रोज़ उसने स्वीटी से साफ़-साफ़ कह दिया कि वो अपनी दूसरी पत्नी को तलाक़ नहीं देगा .बस इसी बात को लेकर आए दिन घर पर कलेश होता. रोज़- रोज़ के तानों से तंग आकर अजय ने अंदर ही अदंर स्वीटी को हमेशा के लिए गहरी नींद सुलाने की ख़ूनी स्क्रीप्ट लिख दी...हत्या से लगभग दो महीने पहले ही अजय ने स्वीटी की मौत की तारीख तय कर दी.

अदय देसाई

पुलिस को चकमा देने के लिए अजय देसाई ने बनाया ऐसा प्लान

4 जून की रात अजय ने मौका पाकर स्वीटी का गला दबा उसकी बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी. लेकिन पुलिस इंस्पेक्टर की नौकरी करने वाले अजय ने अपना पुलिसिया दिमाग़ लगा ये भांप लिया कि, हत्या की जांच की लपटे उस तक ज़रुर पहुंचेगी. इसलिए उसने लाश को ठिकाने लगाने का एक बेजोड़ प्लान तैयार किया. दरअसल हत्या के अगले दिन यानी 5 जून को अजय स्वीटी की लाश को जीप में रख वारदात वाली जगह से लगभग 50 किलोमीटर दूर कटाली नाम के गांव ले गया. जहां उसने kritisinh jadeja नाम के एक बंजर पड़े होटल के सामने स्वीटी को लाश को जला सारे सबूत मिटाने की कोशिश की. इंस्पेक्टर ने अपनी तरफ़ से अपनी ही पहली पत्नी के क़त्ल के हर सबूत मिटा दिए. लेकिन हत्या के एक हफ़्ते बाद स्वीटी के भाई जयदीप पटेल ने 11 जून को करजन पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई की उनकी बहन लापाता है. जहां अजय ने बताया की स्वीटी पांच जुलाई को रात 1:00 बजे घर छोड़कर चली गई तब से उनका आता पता नहीं है. जांच पड़ताल के लिए जब सीसीटीवी फुटेज़ खंगाला गया तो क़ानून के हाथ सबसे पहले अजय देसाई की तरफ़ ही बढ़े.

पुलिसिया तफ्तीश में कैसे पकड़ गया अजय ?

CCTV खंगालने पर पुलिस का सबसे पहला शक़ अजय पर ही गया. मामले की गंभरिता को देखते हुए केस को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को सौंपा गया. क्राइम ब्रांच के हाथ केस आते ही अजय का पॉलीग्राफ टेस्‍ट हुआ, लेकिन जब नारको टेस्‍ट की बात आई तो अजय आनाकानी करने लगा. दरअसल नार्को टेस्ट में दवा दे बेहोशी की हालत में सच्चाई निकलवाई जाती है. जुर्म और पुलिसिया तफ्तीश की समझ रखने वाला अजय इससे कन्नी काटने लगा. उधर जांच के दौरान पुलिस को अजय के घर के बाथरुम से ख़ून के सैम्पल भी मिले जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया. टेस्ट में पता चला कि ख़ून किसी युवा शख़्स का ही है.

मामले में आई तेजी के बाद पुलिस ने अजय के फोन की लोकेशन को ट्रेस किया. जो अटाली गांव के पास ही मिला. अटाली गांव वही गांव था जहां कुछ रोज़ पहले जले हुए मानव शरीर के हिस्से मिले थे. पुलिस की सख्ती के बाद अजय इस क़दर टूटा कि उसने अपनी घिनौनी सच्चाई पुलिस को किसी तोते की तरह बता दी.

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