Palamu Crime News: झारखंड के पलामू में एक दामाद (Son in Law) की खौफनाक साजिश (Conspiracy) का खुलासा हुआ है। इस दामाद ने अपने ही अपहरण (Kidnap) और हत्या (Murder) की झूठी साजिश रची और ससुराल वालों को जेल भेजवा दिया। हत्या के इल्जाम में पुलिस ने एक दो नहीं बल्कि 8 लोगों की गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
लोगों को हैरानी तब हुई जब लोगों को 6 साल बाद पता चला है कि दामाद जिंदा है। जिस दामाद के इल्जाम में पत्नी का पूरा घर जेल काट रहा था उसके जिंदा होने की खबर से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने साजिशकर्ता दामाद को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक इस घटना की शरुआत 03 सितंबर 2016 को हुई। जब राममिलन चौधरी उर्फ चुनिया के भाई दिलीप चौधरी ने अपने भाई राम मिलन चौधरी की गुमशुदगी और हत्या की रिपोर्ट लिखवाई। दिलीप ने राम मिलन के ससुराल के आठ लोगों पर अपहरण और हत्या का आरोप लगाया था।
आनन फानन में राममिलन की पत्नी सरिता, सास, ससुर, लड़की की बहन, चाचा के अलावा कुदरत अंसारी, ललन मिस्त्री और दानिश अंसारी को गिरफ्तार कर लिया। साल 2009 में सरिता की शादी नवा बाजार के राममिलन चौधरी से हुई थी। आरोप है कि राममिलन का परिवार सरिता को प्रताड़ित करता था। जिसके बाद लड़की के परिजनों ने राम मिलनव के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज करवा दिया था।
जिसके बाद राममिलन के भाई की तरफ से अपहरण और हत्या का केस दर्ज करवाया गया था। जेल जाने के सदमें में सरिता के पिता की मौत हो गई। सरिता के भाई ने पुलिस को सूचना दी थी कि रम मिलन जिंदा है जिसके बाद पुलिस ने राम मिलन को सतबरवा से गिरफ्तार कर लिया। हैरानी की बात ये है कि इस केस में एक आरोपी अभी भी जेल में है।