
Sameer Wankhede Chats with NCB Deputy Director General Gyaneshwar Singh Part 2: समीर और ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IPS की चैट से कई और खुलासे हो रहे हैं। बार-बार ज्ञानेश्वर कुमार सिंह का केस के बारे में पूछना, आरोपी की पुलिस रिमांड के बारे में पूछना, जो आरोप समीर पर लग रहे है, उसकी जानकारी देना, ये सब क्या सीनियर अधिकारी अपने जूनियर से केस की प्रगति के बारे में पूछ रहा है या फिर इसके पीछे कोई और उद्देश्य है? केस के प्रति ज्ञानेश्वर कुमार सिंह की ज्यादा दिलचस्पी से ये सवाल जरूर खड़ा हो रहा है कि क्या वो हरेक केस में इतनी दिलचस्पी दिखाते हैं? Crime Tak के पास चैट्स की डिटेल कापी मौजूद है।
अब आपको ज्ञानेश्वर कुमार सिंह और समीर वानखेड़े की चैट का आगे का हिस्सा बताते हैं। बात होती है प्राइवेट विटनेस को जांच में शामिल करने की। इस पर समीर वानखेड़े खुद से ही ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IPS को सूचना देते है कि जांच में प्राइवेट विटनेस को शामिल किया जा रहा है।
(6/10/21, 5:31:03 PM) समीर वानखेड़े : ये प्राइवेट विटनस इस केस में शामिल होंगे।
1.प्रभाकर सेल
2.किरण गोसावी
3. मनीष भानुशाली
4.अबरे गुमेज
5. आदिल उस्मानी
6. वी वेगनकर
7 अपर्णा राणे
8. प्रकाश बहादुर
9.शोएब फैज
10.इब्राहिम
(6/10/21, 10:35:18 PM) समीर वानखेड़े : सर सेक्शन 43 सीआरपीसी के मुताबिक, प्राइवेट लोगों की जांच के लिए मदद ले सकते हैं।
(7/10/21, 06:22:14 PM रात) ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IPS: क्या आरोपियों की पीसी मिलेगी?
सवाल ये उठता है कि क्यों ज्ञानेश्वर कुमार सिंह आरोपियों की पीसी में इतनी दिलचस्पी दिखा रहे थे ताकि केस को स्ट्रोंग तरीके से अदालत के समक्ष रखा जा सका, या फिर इसके पीछे कोई और मकसद था।
इससे पहले समीर ने बताया कि आरोपियों की अरेस्ट को डीजी सर ने कंफर्म कर दिया है। जब मामले की जांच समीर कर रहे थे तो डीजी ने क्यों अरेस्ट को कंफर्म किया। क्या समीर ने खुद डीजी को आर्यन की गिरफ्तारी के बारे में बताया था।
(7/10/21, 06:59:18 PM) समीर वानखेड़े : सर, सभी आरपियों को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
(9/10/21, 08:14:59 AM) समीर वानखेड़े : एनसीपी नेता नवाब मलिक ने एनसीबी पर सवाल खड़े करते हुए पंचनामा की कापी को सार्वजनिक करते हुए कई सवाल खड़े किए। सवाल खड़े करते हुए कहा कि एक हाथ से लिखा है और एक टाइप किया है... और दोनों पता अलग-अलग लिखा है। यानी पंचनामे में भी फर्जीवाड़ा, ऐसा आरोप लगाया है नवाब मलिक ने।
(9/10/21, 08:23:06 AM रात) ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IPS: एड्रेस क्यों अलग-अलग है?
(9/10/21, 08:22:16 PM रात) ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IPS:#Fraudncbpetofbjp
ये कैंपेन शाहरुख के फैनस और एनसीपी चला रही है।
(9/10/21, 10: 26:07 PM) समीर वानखेड़े : ये शाहरुख की पेड मीडिया कोशिश कर रही है पर हम मेरिट पर काम कर रहे है।
(24/10/21, 03:06:39 PM ) ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IPS: प्रभाकर सेल ने 25 करोड़ की डील वाली बात बताई है। इसलिए भेजा ताकि सच क्या है पता चल सके। एक ग्रुप में आया था ये मैसेज
(24/10/21, 03:08:44 PM) समीर वानखेड़े : सर ये नवाब मलिक का खेल है। हम जवाब दाखिल करेंगे।
(24/10/21, 03:09:07 PM ) ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IPS: क्या ये हमारा गवाह है?
(24/10/21, 03:09:22 PM) समीर वानखेड़े : हां सर मुकर गया है।
(27/10/21, 07:22:07 AM ) ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IPS: ये काफी गंभीर इल्जाम है। 25 करोड़ रुपए डील वाले। इससे संबंधित AFFIDAVIT फाइल किया गया है।
AFFIDAVIT के मुताबिक, प्रभाकर सेल ने आरोप लगाया कि एनसीबी के अधिकारी ने उसके हस्ताक्षर लिए। सेल का आरोप है कि केपी गोसावी ने सैम को 25 करोड़ रखने का निर्देश दिया था और 18 करोड़ में डील तय हुई थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एनसीबी अधिकारी और इसमें शामिल अन्य व्यक्ति उनकी हत्या कर सकते हैं या उक्त मामले की सच्चाई को छिपाने के लिए उसका अपहरण किया जा सकता है।
ये सारी चैट की डिटेंल्स से कई सवाल जरूर खड़े हो रहे हैं।