
Sameer wankhede chats: आर्यन खान मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को राहत दी है. दर्ज एफआईआर में सीबीआई ने वानखेड़े के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेने का निर्देश दिया है. वानखेड़े ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक रिट पिटीशन दायर करके राहत की मांग की है. इस याचिका में, वानखेड़े और एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई चैट को भी कोर्ट के सामने पेश किया गया है. इस चैट को कोर्ट में पेश करने के बाद वानखेड़े को राहत मिली है. Crime tak के पास समीर वानखेड़े और उस वक्त समीर के Boss एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर कुमार सिंह IPS की चैट हिस्ट्री की डिटेल मौजूद है.
Aryan Khan Case: पिटीशन में समीर वानखेड़े ने अपनी और ज्ञानेश्वर सिंह के बीच हुई व्हाट्सएप चैट का Screenshot साझा किया है. इस चैट में वह जानकारी दी है कि किसकी गिरफ्तारी हुई, मीडिया में क्या रिपोर्ट हुई, फोटो-वीडियो, आर्यन की सेल्फी को किसने लिया, क्या वह एनसीबी अधिकारी है। इन सभी विषयों पर चर्चा हुई है. चैट में ज्ञानेश्वर सिंह ने लिखा है कि यह सेल्फी लेने वाला एनसीबी अधिकारी है, हम भारतीयों को ऐसा लगता है कि हम चरसी, गंजेड़ी, लड़कीबाज़ी को हीरो मानते हैं और उसी के साथ सेल्फी लेते हैं. चैट में आगे लिखा हुआ है, "पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा बेटा हमारा ऐसा काम करेगा".
आखिर क्या है इन सभी चैट्स की कहानी, हम बताते हैं
3 अक्टूबर 2010 को समीर वानखेड़े और डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर कुमार सिंह से हुई ये चैट, 3 अक्टूबर वही दिन है जब किरण गोसावी के साथ आर्यन की सेल्फी वायरल हुई थी और इस एक सेल्फी ने NCB को कटघरे में खड़ा कर दिया.
Sameer wankhede and Gyaneshwar Singh Exclusive Chats: किरण गोसावी के साथ आर्यन की सेल्फी वायरल हुई और ज्ञानेश्वर सिंह ने उसी सेल्फी पोस्ट की कॉपी सीमर वानखेड़े को भेजी, जिसका सीमर ने इस तरह जवाब दिया
चैट की तारीख 3 अक्टूबर 2010
ज्ञानेश्वर सिंह - IPS सेल्फी लेता ये NCB अधिकारी है हम
भारतीय इसलिए पीछे है चरसी, गजेडी लड़कीबाज को हीरो मानते है और सेल्फी के लिए मरते है
पापा कहते है बड़ा नाम करेगा... बेटा हमारा ऐसा काम करेगा. सुपरस्टार शारुख खान के बेटे आर्यन को NCB ने DRUG पार्टी में बीच समुंदर से गिरफ्तार किया 1 30 ग्राम चरस, 20ग्राम कोकीन, 25 टेबलेट बरामद ये युवाओं के दिलों की धड़कन है.
इसके वायरल पोेस्ट के प्रश्न पर सीमर वानखेड़े ने ज्ञानेश्वर सिंह को रिप्लाई किया
सीमर वानखेड़े- Sir he is joy our Officer. He is a private witness
(सर वह हमारे अधिकारी हैं. वह एक निजी है गवाह)
सीमर वानखेड़े ने बाद में इसमें करेक्शन किया
सीमर वानखेड़े- *Not
इस चैट का मतलब यह था कि समीर ने ज्ञानेश्वर सिंह को जानकारी दी थी कि किरण गोसावी एनसीबी अधिकारी नहीं बल्कि एक निजी गवाह हैं. इस बात की पुष्टि NCB के एक वरिष्ठ अधिकारी ने Crimetak से की है. की ज्ञानेश्वर सिंह को इस बारे में पता था की कैसे एक निजी गवाह ने आर्यन खान के साथ सेल्फी ली है.
लेकिन अब सवाल उठता है कि उस वक्त ज्ञानेश्वर सिंह ने वानखेड़े पर कार्रवाई क्यों नहीं की. क्या वह सिर्फ आंख मूंदकर सीमर वानखेड़े पर भरोसा कर रहे थे? क्या उन्होंने उस वक्त किरण गोसावी पर कोई कार्रवाई करने की बात कही थी?