
खेमराज दुबे के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
MP News: इससे ज्यादा शर्मसार करने वाली तस्वीर क्या हो सकती है? वो ही लाचारी, वो ही गरीबी और वो ही सरकारी रवैया। शर्म आती है, ये देखकर। ये तस्वीर सच में झकझोर रही है।
आंसू निकाल रही है। ये सोचने को मजबूर कर रही है कि हमारी सोच कितनी मजबूर है? एक मां इस 45 डिग्री वाली सड़ी गर्मी में अपने बच्चों को कैसे बचा रही है? संघर्ष कर रही है। पैसे नहीं है, पैर जल रहे हैं, लिहाजा कूड़े के ढेर में पड़ी एक पॉलीथिन ही सहारा बन गई।
मां ने तुरंत बच्चे के पैर में पॉलीथिनबांध दी, ताकि कुछ सहारा तो मिले। ये तस्वीर एक राहगीर ने खींच ली, लेकिन ये तस्वीर आराम से एसी में आराम फरमा रहे नेताओं को शुरुआत में नहीं दिखी। बाद में जब ये तस्वीर सोशल मीडिया पर आई तो अब शिवराज सरकार जागी है। (MP Poor Family Viral News)
ये तस्वीर स्थानीय मीडियाकर्मी इंसाफ कुरैशी ने क्लिक की। फिर मीडियाकर्मी ने उसे चप्पल खरीदने के लिए पैसे भी दिए।
पूरा माजरा मध्य प्रदेश का है। एमपी में एक जगह है श्योपुर जिला। यहां भीषण गर्मी कहर बरपा रही है। इस तस्वीर ने यकीन मानिए सब को हिला कर रख दिया। और जो नहीं हिला, उसके बारे में क्या कहना? (mp news चप्पल खरीदने के पैसे नहीं थे तो बांध दी पॉलीथिन)
यहां वार्ड क्रमांक-8 की कच्ची बस्ती में रुक्मिणी रहती है।
उसके तीन बच्चे हैं। पति बीमार रहता है। यहां मजदूरी करती थीं, लेकिन आजकल काम नहीं है। परेशान होकर रुक्मिणी मजदूरी के लिए एक साल के बेटे मयंक को लेकर जयपुर चली गई है।
mp news चप्पल खरीदने के पैसे नहीं थे तो बांध दी पॉलीथिन: रुक्मिणी के पति सूरज ने कहा, ' मुझे टीबी है। मेरी पत्नी ही काम पर जाती है। हमारे पास राशनकार्ड नहीं है। सिर्फ आधार कार्ड है। आंगनबाड़ी से जरूर खाना मिलता रहता है। आज (सोमवार) ही मेरी पत्नी मजदूरी के लिए जयपुर चली गई है।
शिवराज सरकार जागी है। इस मामले में श्योपुर कलेक्टर शिवम वर्मा ने बताया, 'परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी। संबंधित विभाग को उनके घर पर भेजा है।'