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10 लाख की धोखाधड़ी में आईएएस अफसर गिरफ्तार, 4 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर आईएएस

Haryana IAS Arrested: धर्मेंद्र सिंह ने सोनीपत नगर निगम कमिश्नर रहते हुए ठेकेदार ललित मित्तल के एक 52 करोड़ के ठेके को इन्हांसमेंट कर 87 करोड़ कर दिया गया था।
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Haryana IAS Arrested: धोखाधड़ी के एक मामले में फरीदाबाद पुलिस ने हरियाणा के आईएएस अफसर को गिरफ्तार किया है। धोखाधड़ी के इस मामले में एक करोड़ 10 लाख रुपए रिश्वत दिए जाने के आरोप पीड़ित ने लगाए हैं। फरीदाबाद पुलिस इस मामले में एक दलाल को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है उसी के खुलासे के बाद अब आईएएस को फरीदाबाद पुलिस ने धर दबोचा है। 

पुलिस गिरफ्त में नहीं छुपाते नजर आ रहा यह शख्स हरियाणा आईएएस अधिकारी धर्मेंद्र सिंह है। दरअसल 2022 में दिल्ली के व्यापारी ललित मित्तल ने फरीदाबाद पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि पंकज गर्ग नाम के उनके एक जानकार ने उनकी मुलाकात आर बी शर्मा और उसके बेटे कुलदीप शर्मा से कराई थी और दोनों बाप बेटों ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह ललित मित्तल को सरकारी ठेके दिलाएंगे और ठेकों की कीमत में इन्हासमेंट भी करवा देंगे। 

 1 करोड़ में से 10 लाख रुपए की एडवांस रिश्वत ली

इस एवज में उन्होंने 1 करोड़ में से 10 लाख रुपए की एडवांस रिश्वत ली थी। आरोप है की रिश्वत लेने के बाद ना तो बीआर शर्मा और उनके बेटे कुलदीप शर्मा ने उन्हें कोई ठेका दिलाया और ना ही किसी अन्य प्रकार से उनकी कोई मदद की गई। इस मामले में फरीदाबाद पुलिस का कहना है दलाल आर बी शर्मा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है और उसी से पूछताछ के आधार पर आईएस धर्मेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया है। 

 52 करोड़ के ठेके को इन्हांसमेंट कर 87 करोड़ कर दिया

फरीदाबाद पुलिस का कहना है कि धर्मेंद्र सिंह ने सोनीपत नगर निगम कमिश्नर रहते हुए ठेकेदार ललित मित्तल के एक 52 करोड़ के ठेके को इन्हांसमेंट कर 87 करोड़ कर दिया गया था। लेकिन फाइल जब आला अधिकारियों के पास चंडीगढ़ गई तो उसमें ऑब्जेक्शन लगा दिया गया जिसकी वजह से ₹35 करोड़ रुपए की एनहैंसमेंट नहीं हो पाई। पुलिस का कहना है कि इस मामले में सोनीपत नगर निगम के जिन भी अधिकारियों की संलिप्तता है उन सब की गिरफ्तारी जल्दी की जायेगी।

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