
ED Kolkata News: प्रवर्तन निदेशालय ने बंगाल शिक्षा घोटाले में टीएमसी के एक और युवा नेता शांतनु बनर्जी को गिरफ्तार किया है। शांतनु को कई बार ईडी ने तलब किया था। शुक्रवार भी 5 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। उनका नाम टीएमसी के एक अन्य नेता कुंतल घोष के साथ ईडी की जांच के दायरे में आया था।
ईडी ने 20 जनवरी को शांतनु बनर्जी के आवास पर छापा मारा था और तभी से ईडी ने उन्हें तलब कर पूछताछ की थी। शांतनु बनर्जी कोलकाता में ईडी कार्यालय के सामने पेश हुए और उनसे लंबी पूछताछ की। ईडी के सूत्र का कहना है उनके बयान में कई विसंगतियां पाई गईं हैं। उनके निवेश की गहन जांच की गई है लेकिन उनका बयान केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा जुटाई गई जानकारी से मेल नहीं खाता।
पूछताछ के दौरान उसके बयान में कई विसंगतियां पाई गईं। उनके द्वारा दिए गए सभी बयान और उनके निवेश विवरण कोलकाता कार्यालय से ईडी मुख्यालय को पूरी रिपोर्ट के रूप में भेजे गए थे। सभी दस्तावेजों की जांच के बाद प्रवर्तन निदेशालय मुख्यालय से उन्हें गिरफ्तार करने की हरी झंडी मिल गई। उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने कथित बंगाल शिक्षा घोटाला मामले में टीएमसी के युवा नेता शांतनु बनर्जी को गिरफ्तार कर लिया।
पश्चिम बंगाल में हुगली जिले में उनके आवास पर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा छापा मारा गया और शिक्षण कार्य के कई अनुशंसा पत्र 300 से अधिक प्रवेश पत्र और कुछ डिजिटल डेटा केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा पाए गए और जब्त किए गए थे। इसके बाद से उन्हें एजेंसी ने समन भेजा और 6 बार पूछताछ की थी।
इस मामले में गिरफ्तार एक अन्य आरोपी तापस मंडल ने यह भी दावा किया कि टीएमसी नेता शांतनु बनर्जी एक अन्य गिरफ्तार युवा नेता कुंतल घोष के करीबी हैं और शिक्षक भर्ती घोटाले में सीधे तौर पर शामिल हैं। शुक्रवार उनसे ईडी अधिकारियों ने 7वीं बार पूछताछ की और आखिरकार बंगाल शिक्षा घोटाला मामले में लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।