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'ये मेरा रेप कर देगा, नहीं-नहीं... ये तो ऐसा नहीं है, लेकिन क्या पता, ये गंदा काम कर दे' - पीड़िता का खुलासा

Delhi govt official Burari POCSO case: दिल्ली सरकार के अधिकारी द्वारा नाबालिग से रेप में कई खुलासे हुए हैं।
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Delhi govt official Burari POCSO case Victim Statement: ये मेरा रेप कर देगा, नहीं-नहीं... ये तो ऐसा नहीं है, लेकिन क्या पता, ये गंदा काम कर दे... कुछ ऐसी ही मनोस्थिति से पीड़िता गुजर रही थी। ऐसे में सच का पता लगाना मनोवैज्ञानिकों के लिए बेहद मुश्किल काम था। एक पल में वो कुछ थी और दूसरी ही पल में वो कुछ, लेकिन एक बात, जो वो बार-बार बोल रही थीं, वो थी 'मामा'। बस 'मामा' की जड़ में घुसकर मनोवैज्ञानिकों ने सच बाहर निकाल ही लिया। डरी-सहमी पीड़िता ने हिम्मत करके सच बोल ही दिया। और सच था कि मामा ही फसाद की जड़ था। वो बच्ची के साथ गलत हरकतें करता था।

Victim Statement: वो इतनी डरी हुई थी कि कई बार वो अपने रिश्तेदारों और जानकारों तक को ये बोल देती थी कि वो उसका रेप तो नहीं कर देंगे, लेकिन दूसरे ही पल खुद को समझा भी देती थी। बीच-बीच में उसे पैनिक अटैक आते थे, लेकिन कुछ समय के लिए वो अपने साथ हुई ज्यादतियों को भूल भी जाती थी और सामान्य बर्ताव करने लगती थी। वो एक समय के बाद अपने घर आ गई। लेकिन पता चला है कि उसने अपनी मां को सारी बातें इसलिए नहीं बताई, क्योंकि खुद उसकी मां डिप्रेशन में थीं। वो अपना दुख उसे और नहीं देना चाहती थीं।

जांच में पता चला था कि अक्टूबर 2020 में पीड़िता के पिता की सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उस वक्त वो 14 साल की थी। आरोपी और उसकी पत्नी की मुलाकात पीड़िता और उसकी मां से बुराड़ी के चर्च में कम्यून सर्विस के दौरान हुई थी। दोनों परिवार एक ही कॉलोनी में रहते हैं।

आरोपी पीड़िता की मां को यह समझाने में कामयाब रहा कि वह अपने घर पर उसकी बेहतर देखभाल करेगा। बताया जा रहा कि अक्टूबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच पीड़िता का पांच महीने की अवधि में बार-बार यौन उत्पीड़न किया। एक बार भी पीड़िता ने मां को आपबीती नहीं बताई और इस दौरान एक बार भी आरोपी की पत्नी को ये पता नहीं चला कि ये सब कुछ हो रहा है।

पीड़िता के पेट में दर्द हुआ तो हुआ शक

जब वह गर्भवती हो गई तो आरोपी और उसकी पत्नी ने उसे गोली देकर जबरन गर्भपात करा दिया। दरअसल, आरोपी की पत्नी से पीड़िता ने बताया था कि उसके पेट में दर्द हो रहा है और उसके पीरियडस भी नहीं आ रहे हैं, तब आरोपी की पत्नी सीमा को शक हुआ और फिर सारा राज खुला।  

क्यों नहीं पीड़िता ने अपनी मां को सच बताया और क्यों उसकी मां को सच का पता नहीं चला?

मार्च 2022 में पीड़िता अपने घर लौट गई। ऐसे में सवाल ये भी है कि पीड़िता की मां ने उससे ये क्यों नहीं पूछा कि वो मामा के यहां क्यों नहीं जा रही है? अब पीड़िता 17 साल की है। अस्पताल में भर्ती होने से पहले पीड़िता बहुत परेशान थीं। बेचैन थी। उसकी मां को सब कुछ ठीक नहीं लग रहा था। थक हार कर उसे  10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उसे दौरे पड़ रहे थे। शुरुआत में डाक्टरों को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था। फिर डाक्टरों की टीम ने उससे सच जानना चाहा। इस दौरान मनोवैज्ञानिकों ने उससे कई सवाल-जवाब किए। 12 अगस्त को लड़की ने डाक्टरों को सच्चाई बताई। इसके बाद पुलिस ने 13 अगस्त को मुकदमा दर्ज किया। अब पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है।

एक तरफ पैसों की किल्लत, दूसरी तरफ पिता की मौत, मां का गम और मामा का वहशीपना, ये सब कुछ पीड़िता झेल रही थी।

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