
lawrence bishnoi atiq ahmed murder connection: प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. लॉरेंस बिश्नोई ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सामने खुलासा किया है कि अतीक की हत्या के लिए तीनों शूटरों को उसके गिरोह ने पिस्टल मुहैया कराई थी.
अतीक-अशरफ की हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई?
खुलासों में यह पहले ही सामने आ गया था कि अतीक और अशरफ को मारने वाले तीन शूटर लॉरेंस बिश्नोई से प्रेरित थे, ये तीनों लॉरेंस बिश्नोई बनने का सपना देख रहे थे. अतीक की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों सन्नी सिंह, अरुण सिंह और लवलेश तिवारी ने बताया है कि वे लॉरेंस बिश्नोई के फैन थे. तीनों ने पुलिस चर्चा के दौरान बताया कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद वे लॉरेंस बिश्नोई के मुरीद हो गए थे.
माफिया से नेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की पुलिस कस्टडी में प्रयागराज में 15 अप्रैल को मीडिया कर्मियों के वेश में आए तीन लड़कों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके पश्चात्, यह मामला देशभर में कई दिनों तक मीडिया में चर्चा का विषय रहा. अतीक और अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड के फैसले के बाद पुलिस उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले जा रही थी, जब ये वारदात हुई.
खुलासा, लॉरेंस बिश्नोई की जिगाना पिस्टल का किया गया था उपयोग
इस घटना में इम्पोर्टेड जिगाना पिस्तौल का उपयोग किया गया था. इसके बाद यह प्रश्न उठा कि इन अपराधियों के पास इम्पोर्टेड पिस्तौल कैसे आई, जिससे उन्हें लॉरेंस बिश्नोई के तार से जोड़ा गया था. बताया गया कि सनी, जो आरोपी है उसका संबंध लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से था. जानकारी के अनुसार, उस पिस्तौल का उपयोग अतीक और अशरफ की हत्या के लिए किया गया था, जो पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता शुभदीप सिंह सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी इस्तेमाल हुआ था. लॉरेंस बिश्नोई के गैंग पर इस मामले में आरोप लगे थे.
मार्च 2020 में जब दिल्ली पुलिस ने गोगी और उसके गुर्गों को पकड़ा तो उनके पास से तीन जिगाना पिस्टल मिलीं. इससे पहले कभी भी दिल्ली पुलिस को इसकी जानकारी नहीं थी कि गैंगस्टर्स के पास तुर्की के निर्मित पिस्टल मौजूद हैं. पिछले कुछ सालों में पुलिस ने दिल्ली के कई गैंगस्टर्स के पास से ऐसी पिस्टल की जब्ती की है.