
Atiq Ahmed Brother Asraf: अतीक अहमद का काफिला यूपी के झांसी पहुंच गया है। उधर, अतीक के भाई अशरफ को बरेली जेल से प्रयागराज लेकर पुलिस जा रही है। अब उमेश पाल हत्याकांड मामले में दो कुख्यात अपराधियों से यूपी पुलिस पूछताछ करेगी। दोनों के खिलाफ उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप है।
इस सिलसिले में पुलिस पहले कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन अभी तक शूटर्स फरार है।
इससे पहले अतीक का काफिला झांसी के एक थाने में रुका। बताया जा रहा है कि देर शाम प्रयाग राज पहुंचेगा अतीक का काफिला। कल ही गुजरात के साबरमती जेल से अतीक को पेशी के लिए प्रयागराज कोर्ट ले जाया जा रहा है। रविवार को प्रयागराज पुलिस जेल पहुंची थी।
अतीक को 45 पुलिसवालों की टीम लेकर आ रही है। इस टीम का नेतृत्व DCP रैंक के अधिकारी कर रहे हैं। 6 गाड़ियों के काफिले में उसे यूपी के प्रयागराज लाया जा रहा है। इनमें 2 वज्र वाहन भी हैं। सड़क मार्ग से लाते वक्त अतीक अहमद को वज्र वाहन के अंदर ही रखा गया है। जिस रूट से अतीक को प्रयागराज लाया जा रहा है, उसे पूरी तरह से गुप्त रखा गया है। अतीक को गुजरात से प्रयागराज लाने में 30 घंटे से ज्यादा वक्त लग सकता है।
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी कहां, इस बात का पता अभी तक नहीं चला है। इस घटना को एक महीना बीत गया है। यूपी पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें इनकी तलाश में जुटी हैं। अब यूपी पुलिस ने देश के सात राज्यों की पुलिस से मदद मांगी है। उन्होंने सभी राज्यों की पुलिस से उमेश पाल केस से जुड़ी अहम जानकारियां साझा की है।
जिन राज्यों और यूटी से मदद मांगी है, वो है महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, पंजाब और दिल्ली। यूपी पुलिस को आशंका है कि शूटर इन्हीं राज्यों में छिपे हैं और लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे हैं और वे बातचीत के लिए व्हाट्सएप कॉल का सहारा ले रहे हैं। गुजरात में असद और गुड्डू मुस्लिम के बिहार में होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। हालांकि एजेंसियों के मुखबिर, दो देशों और सात राज्यों में फैल चुके हैं।
उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अतीक अहमद के बेटे असद, खास गुर्गे अरमान, गुलाम, गुड्डू और साबिर को पुलिस लगातार तलाश कर रही है। पुलिस ने नेपाल में असद और शूटरों को पनाह देने वाले कय्यूम अंसारी को गिरफ्तार किया था। इसके अलावा बांदा से शूटर गुड्डू मुस्लिम के करीबी 50 हजार के इनामी वहीद को गिरफ्तार किया था। अब तक इस केस में दो एनकाउंटर हो चुके हैं। कई गिरफ्तारियां हो चुकी है।