

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया है.

करगिल युद्ध में मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान में तख्ता पलट हुआ और नवाज शरीफ को कुर्सी से बेदखल कर दिया गया

सत्ता से दूरी बनाने के सालों बाद नवाज शरीफ ने बताया कि कैसे पाकिस्तान की सेना ने कश्मीर मुद्दा सुलझने नहीं दिया.

पाकिस्तान में एक अखबार के राजनीतिक संपादक रहे सुहैल वड़ाएच ने नवाज शरीफ से बातचीत पर किताब ‘गद्दार कौन’ लिखी है

इस किताब में नवाज शरीफ ने सुहैल को बताया कि मुझे करगिल के बारे में कुछ नहीं बताया गया.

मुझे वाजपेयी के टेलीफोन से पता चला था कि हमारी सेना करगिल में लड़ रही है.

शरीफ ने कहा... बताइए हमारी भारत से बातचीत चल रही थी और मेरे पीठ पीछे करगिल पर चढ़ाई कर दी गई.

हमें करीब पांच महीने बाद बताया गया. फिर यह कहा गया कि सेना खुद आक्रमण में शामिल नहीं, केवल जिहादी-मुजाहिदीन लड़ रहे हैं.
